जम्मू-कश्मीर ने किसानों के लिए किया बड़ा ऐलान, ₹560 करोड़ से होगा ये काम, जानिए कैसे होगा फायदा
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने मार्केट इकोसिस्टम को मजबूत करने और किसानों और उपभोक्ताओं को लाभ पहुंचाने के लिए HADP के तहत कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में 560 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की है.
मजबूत बाजार इकोसिस्टम लिए 560 करोड़ रुपये की परियोजना शुरू करेगा जम्मू-कश्मीर. (File Image)
मजबूत बाजार इकोसिस्टम लिए 560 करोड़ रुपये की परियोजना शुरू करेगा जम्मू-कश्मीर. (File Image)
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने हॉलिस्टिक एग्रीकल्चर डेवलपमेंट प्रोग्राम (HADP) के तहत मौजूदा मार्केट इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने, क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने और किसानों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से गतिशील मार्केट इकोसिस्टम मजबूत करने के लिए 560 करोड़ रुपये की परियोजना की घोषणा की है. परियोजना का उद्देश्य किसानों के पक्ष में व्यापार की शर्तों (ToT) में सुधार करना, मार्केट इकोसिस्टम तंत्र की दक्षता को बेहतर करना और सामाजिक कल्याण को अधिकतम करते हुए मूल्य हानि को कम करना है.
कृषि उत्पादन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अटल डुल्लू ने कहा, जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने मार्केट इकोसिस्टम को मजबूत करने और किसानों और उपभोक्ताओं को लाभ पहुंचाने के लिए HADP के तहत कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में 560 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की है.
ये भी पढ़ें- बिहार में स्टार्टअप शुरू करने का सुनहरा मौका, सरकार दे रही 10 लाख रुपये, जानिए पूरी डीटेल
मजबूत मार्केट इकोसिस्टम बनेगा
TRENDING NOW
TATA Group के इस स्टॉक से गिरते बाजार में भी होगी तगड़ी कमाई! शॉर्ट टर्म में खरीदारी का नोट करें टारगेट
भारी गिरावट में बेच दें ये 2 शेयर और 4 शेयर कर लें पोर्टफोलियो में शामिल! एक्सपर्ट ने बताई कमाई की स्ट्रैटेजी
मजबूती तो छोड़ो ये कार किसी लिहाज से भी नहीं है Safe! बड़ों से लेकर बच्चे तक नहीं है सुरक्षित, मिली 0 रेटिंग
मल्टीबैगर Railway PSU के लिए खुशखबरी! बाजार बंद होने के बाद मिला ₹837 करोड़ का ऑर्डर, स्टॉक पर रखें नजर
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर इस परियोजना को उस कार्यक्रम के तहत लागू कर रहा है जिसका उद्देश्य मौजूदा बाजार के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना और सभी अंशधारकों की जरूरतों को पूरा करने वाला एक मजबूत मार्केट इकोसिस्टम बनाना है.
डुल्लू ने कहा कि ब्रांडिंग गतिविधियों में दो कृषि ब्रांडिंग केंद्रों का निर्माण, मौजूदा ब्रांडिंग प्रथाओं की मैपिंग, किसान और एफपीओ ब्रांड निर्माण प्रशिक्षण और कार्यशालाएं और पर्यटन और होटल उद्योग के साथ ब्रांडेड उत्पादों का एकीकरण शामिल होगा. अंत में उत्पादन क्षेत्रों में ग्रामीण व्यापार और सेवा केंद्र स्थापित किए जाएंगे.
ये भी पढ़ें- रिटायर्ड टीचर ने खेती में पेश की मिसाल, 1 हजार खर्च कर कमा लिया ₹50000, जानिए कैसे
बागवानी, योजना और विपणन निदेशालय परियोजना के जमीनी कार्यान्वयन के लिए जिम्मेदार होगा और संभावित व्यापारियों को एकीकृत लाइसेंस प्रदान करने के लिए नोडल एजेंसी के रूप में काम करेगा.
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
09:30 PM IST